पित्ताशय के पथ्थर भी निकल गये और पेट दर्द भी रूक गया।
मेरे बेटे के दोस्त ने हमें आनंदकुंज की जानकारी दी। मैं पिछले कुछ सालों से पित्ताशय में पित्त के पथ्थर होने से परेशान हूँ, इसलिए उसपर इलाज करवाने के लिए मैं यहाँ आनंदकुंज में दाखिल हुआ। मेरी बीमारी इतनी बढ गई थी की, मुझे सही से चलना नहीं आ रहा था, बोलते वक्त भी जबान लडखडाती थी।
इसी तकलीफ से उभरने के लिए मैं आनंदकुंज में दाखिल हुआ था। यहाँ दस दिन तक पूरा इलाज सही से हुआ। यहाँ शिवाम्बु पीकर उपवास करना, हर रोज सुबह योगा के माध्यम से शरीर का और मन भी व्यायाम करना, पूरे दिन भर मसाज, मडबाथ, सूर्यस्नान इन जैसी उपचार पद्धतीयों का लाभ लेते लेते हर दिन मेरी तबीयत में सुधार हो रहा था और यह बात मेरे लिए बहोत मायने रखती है।
आज यहाँ के पूरे दस दिन का उपचार पूरा करके मैं घर जा रहा हूँ, तो मेरा पेट दर्द पूरी तरह से बंद हो गया है और मैं अभी बहोत शांती महसूस कर रहा हूँ। ये सब चीजे सिर्फ और सिर्फ आनंदकुंज परीवार के कारण ही हुई है। इसलिए मैं इन सबका बहोत आभारी हूँ।