दस दिन में लंग्ज कैंसर में मिली 80 प्रतिशत राहत।
मुझे फरवरी 2014 में सांस लेने के लिए थोडी तकलीफ होने लगी, इसलिए मुझे अस्पताल में भरती किया गया। वहाँ के डॉक्टरों ने बताया की, आपको फेफडों का कैंसर हुआ है, हम हमारी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई भी गॅरंटी देना संभव नही है। इस वजह से हम सब बहोत परेशान थे। जब मेरे भाई को आनंदकुंज और वहाँ की उपचार पद्धतीयों के बारे में मालूम पडा तो तब उसने वहाँ से एक सीडी और पुस्तक लिया और मुझे दिखाया। उसमें जो जानकारी थी उसे समजकर मेरे मन में जीने की आशा खुल गई। मैं आनंदकुंज में 11 जून 2014 को दाखिल हुआ।
यहाँ का इलाज शुरू करने के पाँचवे दिन ही मेरी सांस फुलने की तकलीफ काफी कम हो गई और आज यहाँ के 10 दिन का उपचार पूरा करने के बाद अब मुझे मेरी तकलीफ में 80 प्रतिशत राहत महसूस हो रही है। अभी तो मुझे पूरा विश्वास हो गया है कि, मेरी कैंसर की तकलीफ पूरी तरह ठीक हो जाएगी। आनंदकुंज के इस दस दिन के वास्तव्य में मेरा पुनर्जन्म हुआ ऐसा मुझे लग रहा है। आनंदकुंज के पूरे परीवार को धन्यवाद !