बिना सर्जरी, बिना दवा के गॉलस्टोन्स से मुक्ति मिली ।
श्री. चंद्रशेखर सुधाकर फडणीस
सानेगुरूजी वसाहत, राधानगरी रोड, कोल्हापूर - 416 012
मो. नं. 9657570404
नमस्कार, मैं श्री. चंद्रशेखर फडणीस, एक बडी स्पिनींग मिल का डायरेक्टर होने के नाते काम का स्ट्रेस रहता है। हमारी मिल में जहां 500 वर्कर्स काम करते हैं और साथ ही में एक गारमेंट का युनिट जहां लगभग 200 वर्कर्स काम करते हैं, यहां का कामकाज देखने के साथ, ही अपने प्रॉडक्ट को एक्सपोर्ट करने के लिए देश के बाहर भी जाना होता है। उसी के साथ टार्गेट तक पहुचने के लिए भागदौड करनी पडती हैं। इन सब में सेहत की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं रहता था।
इसी सब में नवंबर 2017 में एक दिन अचानक ही मेरे पेट में ज्यादा दर्द होने लगा। डॉक्टरों को दिखाने के बाद पता चला की, गॉल ब्लेडर में स्टोन हुए हैं। डॉक्टरों के सलाह अनुसार सोनोग्राफी करवाई गईं, जिसका रिझल्ट ऐसा आया की, 10 मि. मि. के 2 स्टोन और 5 मि. मि. का 1 रोटेटिंग स्टोन हैं। तभी डॉक्टरों ने कहां कि, आपके गॉल ब्लेडर को तुरंत ही निकालना पडेगा, अगर नहीं निकाला तो डॅमेज हो जायेगा। उन्होंने यह एक इमरजन्सी है, ऐसा संकेत दिया। फिर मैंने, और डॉक्टर्स से, दोस्तोंसे सलाह मशवरा किया, अॅलोपॅथी दवाई लेने का प्रयास किया, लेकिन सभी का कहना यही रहा की, सर्जरी करवाही लो, जोखीम लेना ठीक नहीं। इसे नजर अंदाज करोगे तो, आगे जॉइंडीस जैसे कॉम्प्लीकेशन्स हो सकते हैं।
इतना सब होने के बाद, मैंने कोल्हापूर के डॉक्टर, डॉ. नितीन पाटील और डॉ. सारंग पाटील, जो की मेरे अच्छे मित्र हैं, उनसे बात की, तब मुझे उनसे, अब तक का एक अलग और सकारात्मक फिडबॅक मिला की, शिवाम्बु और निसर्गोपचार से दस दिन के उपचार से एक बार कोशिश तो कर के देखते हैं। अगर दस दिन के बाद भी दर्द रहता ही हैं, तो गॉलब्लॅडर निकालेंगे।
उनके उपर के भरोसे से और सरश्री पर के विश्वास के कारण मैं आनंदकुंज में दाखिल हो गया। फिर भी मन में लग रहा था की, इस शिवाम्बु से क्या होगा? लेकिन जैसे ही शिवाम्बु उपवास और शिवाम्बुपान का एक दिन पूरा हुआ और दूसरा दिन आया तो, आश्चर्य हुआ, मेरे पेट का दर्द 100 प्रतिशत गायब हो गया, जैसे वह कभी था ही नहीं!
आनंदकुंज में पूरे 9 दिन उपचार लिया जिसमें मैंने पूरे 7 दिन का शिवाम्बु उपवास किया। उसके साथ ही यहाँ के प्राकृतिक उपचारों का भी मुझे लाभ मिला। इन सभी के कारण मेरे पेट का दर्द गायब होने के साथ ही, मेरा वजन जो की, 82 किलो था वह 6 किलो से कम होकर 76 किलो हो गया। मैं खुद को शरीर से हल्का और मन को आत्मविश्वास से भरा महसूस कर रहा हूँ।