हड्डियों के कैंसर में राहत मिली।
मैं हड्डियों के कैन्सर की तकलीफ से परेशान थी। इसके इलाज के लिए मुझे किमोथेरपी करनी पडी, जिसके बाद मेरे कैन्सर की रिपोर्ट तो नॉर्मल आ गई हैं। लेकिन किमो थेरपी के साईड इफेक्टस् से मुझे बहोत तकलीफ हो रही थी। चलते समय बहोत दर्द होता था। वो दर्द इतना था की, मैं सहेन ही नहीं कर पाती थी। लेकिन सहेन करने के अलावा दुसरा कोई रास्ता भी नहीं दिख रहा था।
तभी हमें आनंदकुंज के बारे में जानकारी मिली और फिर हम तुरंत ही आनंदकुंज में दाखिल हो गये। यहाँ आते ही यहां के कुदरत का नजारा देखकर मुझे बहोत ही अच्छा लगा और तभी खुशी भी महसूस हुई।
यहाँ आते ही उसी दिन से मेरा इलाज शुरू हुआ। यहां के इलाज का दिनक्रम इतना अच्छा था की मैंनें यहां के हर उपचार पद्धती का बहोत ही आनंद से लाभ लिया।
हर सुबह का योग-प्राणायाम का व्यायाम, उसके बाद शरीर शुद्धी के गोमुत्र और चुर्ण पान, उसके बाद मसाज, सूर्यस्नान, मडबाथ, भुगर्भस्नान, स्टीम बाथ, दोपहर के समय अॅक्युप्रेशर और इन सबके साथ हर शाम होने वाला सत्संग, ऐसे इस विशेष उपचार प्रणाली के साथ दस दिन कैसे पूरे हो गये इसका पता ही नहीं चला और आज जब मेरे उपचार के दस दिन पूरे हो गये हैं तब मैं अपने आप को बहोत उत्साही महसूस कर रहीं हूँ। यहाँ पर उपचार के दौरान उपवास करने पर और उपवास छुटने के बाद भी कम से कम डायट लेने पर भी मुझे चलने में कुछ भी थकान महसूस नहीं हुई, यह बात मेरे लिये बहोत मायने रखती हैं।
आनंदकुंज में गुजारे इस दस दिनों में मुझे आनंदकुंज से मिले इस उपहार के लिए मैं यहाँ के डॉक्टर्स, यहाँ के सेवाकर्मी और पूरे आनंदकुंज परीवार की आभारी हूँ।