पित्त के तकलीफ और मानसिक स्वास्थ्य दोनो ठीक हो गये।
मैं पिछले 4-5 सालों से पित्त की तकलीफ से परेशान थी। इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए मैंने बहोत सारे डॉक्टर्स, बहोत सारे हॉस्पिटल में इलाज करवाया, लेकिन कुछ भी फायदा नहीं हुआ। मेरी तकलीफ जैसे के तैसी ही थी।
इतने ज्यादा अरसे से मैं इस बीमारी से परेशान होने के वजह से, इसका असर मेरे शरीर के साथ-साथ मेरे मन पर भी होने लगा। मैं हमेशा तनाव में रहने लगी और इस तनाव के कारण मेरी जिंदगी में नकारात्मकता बढ गई।
तभी मुझे आनंदकुंज के बारे में जानकारी मिली और मैं पूरे आशा के साथ आनंदकुंज में दाखिल हो गई। यहाँ आते ही यहां के डॉक्टरो ने मेरी तकलीफ की पूरी जानकारी ली और उसी दिन से मेरा इलाज शुरू हुआ।
मेरे इलाज की शुरूआत, शिवाम्बु उपवास से हुई जिसमें मुझे सिर्फ पानी और शिवाम्बु पीकर ही रहना था। यहां के उपचार शुरू होने के 2 दिन पश्चात, मेरा यहां रहने का मन नहीं कर रहा था। लेकिन फिर मैं यहाँ के सभी उपचार पद्धतीयों में घुलमील गई। हर रोज सुबह होनेवाला योगा, मसाज, मडबाथ, सुर्यस्नान, बाष्पस्नान, भुगर्भस्नान इन जैसी नैसर्गिक उपचार प्रणालीयां का भी मैंने लाभ लिया।
आज यहाँ से जाते समय मैं मेरी सभी तकलीफों से पूरी तरही से ठीक होकर जा रही हूँ। इसके लिए मैं डॉ. नितीन पाटीलजी, डॉ. सारंग पाटीलजी और यहाँ के सभी सेवाकर्मीयों को तहेदिल से धन्यवाद देना चाहूंगी।