संधीवात की तकलीफ दूर होने के साथ मन की शांती भी मिल गई
मु. पो. सावर्डे, ता. तासगाव, जि. सांगली
बहोत सालों से मैं संधिवात की तकलीफ़ से जुझ रही हूँ। अलग-अलग इलाज, दवाईयाँ तो शुरू ही थी, लेकिन पूरी राहत का एहसास कभी नहीं हुआ। जब मुझे आनंदकुंज की जानकारी मिली तब मैं तुरंत यहाँ दाखिल हो गई।
उसके साथ ही हर सुबह के अमृतपान का भी मेरे शरीर की शुद्धी होने में फायदा हुआ और हर सुबह का योग-प्राणायाम, फिर दिन भर में मसाज, मडबाथ, मिट्टी की पट्टी का उपचार, भुगर्भस्नान, बाष्पस्नान, और अॅक्युप्रेशर इन जैसे नैसर्गिक उपचार पद्धतीयों का भी मुझे काफी लाभ मिला।
हर शाम के सत्संग के साथ मन में चल रही नकारात्मक विचारों की जगह सकारात्मक विचारों ने ले ली और आज यहाँ के दस दिन का इलाज पूरे करते समय मैं अपने तन के इस संधीवात के तकलीफ और दर्द में पचास प्रतिशत राहत और मन को सौ प्रतिशत स्वस्थ महसूस कर रही हूँ।
इस विशेष उपहार के लिए पूरे आनंदकुंज परीवार को धन्यवाद!