अन्न नलिका के कैंसर में राहत मिली।
श्री. भारत महादेव माने
मु. पो. चिखली, रामदास नगर,
ता. हवेली, जि. पुणे
मुझे गले में अन्न नलिका के पास कैंसर की गठाण थी। जब हमें मेरी इस बीमारी के बारे मे पता चला, तभी हमने उसपर सर्जरी और किमोथेरीपी यह इलाज करवाये। उस इलाज के दौरान 33 बार रेडीएशन भी करवाया गया। लेकिन इतना इलाज करवा के भी, पेटस्कॅन के जरीए हमें पता चला की, वह गठाण फिर उभर कर आ गई है। उसी समय मैंने और मेरी घरवालों नें तय किया कि, अब आगे का इलाज हम आनंदकुंज में जाकर करेंगे।
आनंदकुंज में दाखिल होते ही हमारी मुलाकात डॉ. सारंग पाटीलजी सी हुई। उसी समय उन्होंने मेरे पूरे रिपोर्ट देखकर और मेरी तकलीफ की पूरी जानकारी लेकर उसी दिन से इलाज शुरू कर दिया।
इलाज की शुरूआत शिवाम्बु पान और शिवाम्बु उपवास से हुई। इलाज के इस दस दिनों में हर सुबह का योग व्यायाम, उसके बाद होनेवाला अमृतपान, मसाज,मडबाथ, सुर्यस्नान, बाष्पस्नान, भुगर्भस्नान इन जैसी नैसर्गिक उपचार पद्धतीयों का भी लाभ मिला।
उपवास पूरा होने के बाद, यहाँ दिया जाने वाला खाना भी यहाँ के उपचारों के तरह ही बहोत सात्वीक होता है। यहाँ के उपचारों के वजह से मेरे शरीर की पूरी शुद्धी का मैं एहसास कर रहा हूँ और यहाँ हर शाम होने वाले सत्संग के वजह से मैं मेरे मन की शुद्धी का एहसास कर रहा हूँ।
यहाँ के इन दस दिनों में मुझे मेरी तकलीफ में इतनी राहत मिली है की, अब तो मुझे पूरा विश्वास हो गया है की, नियमीत शिवाम्बु पान, खाने-पिने में परहेज और यहा दिखाये गये रास्ते पर चलकर मैं मेरी कैंसर की बीमारी से पूरी तरह से मुक्त हो जाऊंगा।
आनंदकुंज में मिली इस बेहतरीन राह के लिए मैं पूरे आनंदकुंज परीवार को धन्यवाद देना चाहता हूँ।