पॅरालेसिस के तकलिफ में राहत मिली।
श्री. लक्ष्मीकांत खातेदार
मु. पो. खारापुर, विद्या नगर,
जि. बेळगाव
कुछ सालों से मुझे हायपरटेंशन की बीमारी थी। उसके बाद मेरी बाई साइड को पॅरालेसिस हो गया। उसके कारण बोलने में भी रूकावट आती थी। इसपर अॅलोपॅथी की दवाईयाँ और उपचार तो चल ही रहा था, लेकिन इस तकलीफ में कुछ राहत ही नहीं मिल रही थी। तभी मेरे एक रिश्तेदार ने मुझे आनंदकुंज और यहाँ होनेवाले उपचारों के बारे में जानकारी दी। उसके बाद मै इलाज के लिए आनंदकुंज दाखिल हो गया।
यहाँ आते ही यहाँ के डॉक्टर साहब ने मेरी पूरी पूछताज कर ली और मेरा वजन भी चेक कर लिया जो, 80 किलो था। फिर डॉक्टरसाहब ने आनंदकुंज के उपचार की जानकारी देकर उसी दिन से मेरा इलाज शुरू किया।
शिवाम्बु उपवास और शिवाम्बु पान के साथ मेरा इलाज शुरू हो गया। इसके साथ ही हर सुबह योगा के बाद होने वाले अमृतपान ने तो मेरे शरीर की सारी गंदगी निकाल दि। यहाँ के हर दिन के इलाज के साथ मैं खुद को हलका और उत्साही महसूस कर रहा था। शिवाम्बु मसाज, सुर्यस्नान, बाष्पस्नान, भुगर्भस्नान, हर दोपहर होनेवाला अॅक्युप्रेशर और हर शाम के सत्संग द्वारा मिलने वाला संदेश इन सभी के बदौलत आज यहाँ के इलाज के दस दिन पूरे होने के साथ मैं मेरी तकलीफों से राहत महसूस कर रहा हूँ, जैसे की अब बोलने में कोई रूकावट नहीं है, मेरा वजन 6 किलो से घटकर 74 किलो हो गया है, मेरे बदन में होने वाला दर्द भी अभी पूरी तरह से रूक गया है। आज मै खुद को बहोतही खुश महसूस कर रहा हूँ।