कमरदर्द की तकलीफ में आराम मिला।
मैं आनंदकुंज में मेरी कमर और गर्दन के दर्द की तकलीफ के इलाज के लिए आया था।आनंदकुंज में मैं बहोत उम्मीद लेकर आया था। यहां आते ही यहां के डॉक्टर साहब से मेरी मुलाकात हो गई। उन्होंने मेरे तकलीफ की पूरी जानकारी लेकर, यहां पर होने वाले उपचारों की जानकारी दी और मेरा इलाज उसी दिन से तुरंत शुरू करवाया।
इलाज की शुरूआत शिवाम्बु पान और उपवास से हुई, जिसमें पूरे उपवास काल में सिर्फ शिवाम्बु और पानी पिकर ही रहना होता है। उसके साथ ही हर सुबह का योग-प्राणायाम, उसके बाद शरीरशुद्धी, फिर पूरे दिन में मसाज, मडबाथ, धूपस्नान, बाष्पस्नान, भुगर्भस्नान इन जैसे नैसर्गिक उपचार पद्धतीयों का भी लाभ मिला।
यहां के उपवास पूरे होते ही यहां के सात्विक आहार का भी लाभ लेने का मुझे मौका मिला, जिससे मुझे सही में जानना मिला की सात्विक आहार कैसा होना चाहिए।
इन सभी के साथ ही और एक लेकिन बहोत महत्वपूर्ण उपचार का अनुभव मिला, वो था सत्संग! हर दिन होनेवाले इस सत्संग से मेरा जीवन के प्रति नजरीया ही बदल गया। इस जीवन के प्राप्ती का सही अर्थ इसी सत्संग के कारण मैं समझ पाया। उसके साथ ही दिमाग में बीमारी के बारे में और जीवन के बारे में जो भी नकारात्मक विचार थे उनकी जगह खुशी और सकारात्मक विचारों ने ली। आनंदकुंज में मिले इस तोहफे ने मेरे कमर और गर्दन के दर्द को दूर करने के साथ-साथ मेरा जीवन खुशीयों से भर दिया। इसलिए सभी को धन्यवाद!